छल क्या होता है?
जब हम किसी के साथ विश्वास घात करते हैं उसे ही छल कहा जाता है जीवन में हमें कभी भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे किसी का विश्वास खंडित होता हो इस बात का हमें सदा ध्यान रखना चाहिए।
छल का परिणाम क्या होता है?
इसका परिणाम सदैव से नकारात्मक ही रहा है हमें किसी के विश्वास को कभी नहीं तोड़ना चाहिए यदि हम ऐसा करते हैं तो निश्चित रूप से हम पाप के भागी बनते हैं इसलिए जीवन में यह बात आवश्य ध्यान रखना चाहिए।
कर्ण ने महाभारत में छल किस प्रकार से किया था?
हम जानते हैं की महाभारत में कर्ण ने मिथ्या वाचन करके दीक्षा ली थी वे परशुराम जी से दीक्षा लेना चाहते थे परंतु उन्हें पता था कि परशुराम जी केवल क्षत्रियों को ही शिक्षा देते हैं इसलिए उन्होंने क्षत्रिय का वेश बनाकर उनसे शिक्षा ली परंतु जब परशुराम जी को यह बात पता चली तो उन्होंने कर्ण को श्राप दे दिया था इसलिए हमें कभी भी छल नहीं करना चाहिए कर्ण इसका सबसे बड़े उदाहरण है वैसे कर्ण क्षत्रिय ही थे परंतु उन्हें अपना वास्तविक परिचय नहीं पता था इसलिए उन्हें ऐसा परिणाम भुगतना पड़ा था।
जीवन में सत्य का महत्व क्या है?
यह पूरा विश्व सत्य पर ही आधारित है परंतु यदि हम अपने जीवन में सत्य को धारण करते हैं और सदैव सत्य बोलने का प्रयास करते हैं तो निश्चित रूप से हमारा जीवन सुखद बन जाएगा परंतु दुर्भाग्य है कि आज मनुष्य केवल झूठ और छल का ही मार्ग अपना रहा है।