महाभारत के सबसे विकट योद्धा || खाटू श्याम बर्बरीक जी की कथा

महाभारत में सबसे बड़े योद्धा कौन थे?

वैसे तो महाभारत में बहुत सारे बड़े-बड़े योद्धा थे परंतु बर्बरीक को सबसे बड़ा योद्धा माना जाता है क्योंकि कहा जाता है कि उनके पास कुछ ऐसे अस्त्र थे जिसके माध्यम से वो स्वयं के बूते पर युद्ध को समाप्त कर सकते थे।

महाभारत में बर्बरीक कौन थे?

बर्बरीक के विषय में कहा जाता है कि वह बहुत बड़े योद्धा थे माना जाता है कि वह भीम के पोते थे कहते हैं कि बाल्यकाल से ही वह बहुत बड़े योद्धा थे।

बर्बरीक अकेले ही युद्ध को कैसे समाप्त कर सकते थे?

कहा जाता है की बर्बरीक के पास तीन बहुत ही भयानक अस्त्र थे जिसके माध्यम से वो अकेले ही महाभारत के युद्ध को समाप्त कर सकते थे इसलिए संभवत भगवान ने बर्बरीक को युद्ध से दूर रखा था।

बर्बरीक को खाटू श्याम क्यों कहा जाता है?

कहते हैं बर्बरीक ने अपना शीश काटकर भगवान श्रीकृष्ण जी के चरणों में अर्पित कर दिया था इसीलिए उन्हें बहुत बड़ा भक्त माना जाता है भगवान ने तभी से कहा जाता है कि भगवान ने उन्हें खाटू श्याम का नाम दिया था तभी से उन्हें एक देवता के रूप में पूजा किया जाता है।

बर्बरीक जी की पूजा करने का क्या लाभ है?

यदि हम बर्बरीक जी की पूजा करते हैं तो इससे बहुत सारा लाभ मिलता है कहते हैं कि वह हमारी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं इसीलिए उनकी पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है।

महाभारत का युद्ध किसने देखा था?

कहते हैं कि बर्बरीक जी एकमात्र ऐसे योद्धा थे जिन्होंने कहते हैं की महाभारत का युद्ध देखा था इनके अलावा किसी ने भी महाभारत का युद्ध नहीं देखा था।

Shri Ram Ji

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