जीवन में क्रोध कब नहीं करना चाहिए?
वैसे तो जीवन में कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए क्योंकि क्रोध जो है वह हमारे लिए उचित नहीं है इसीलिए कहा गया है कि हमें सदैव धैर्य से कार्य लेना चाहिए।
क्रोध करने से क्या नुकसान होता है?
हम जब भी क्रोध करते हैं तो हमारी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है और फिर हम अपने जीवन में सदैव गलत निर्णय ले लेते हैं इसलिए हमें सदैव क्रोध नहीं करना चाहिए जब हम क्रोध नहीं करते तो हम सही निर्णय ले पाते हैं।
हमें कब क्रोध नहीं करना चाहिए और यह महत्वपूर्ण क्यों है?
जीवन में हमें 6 समय क्रोध नहीं करना चाहिए निद्रा में जाते समय भोजन करते समय कोई शुभ कार्य करते समय भजन करते समय भोजन करते समय अध्ययन करते समय और यात्रा करते समय हमें कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए।
क्रोध पर नियंत्रण कैसे पाया जा सकता है?
जब भी हमें क्रोध आए तो हमें अपने मन को शांत करना चाहिए और परमात्मा का ध्यान करना चाहिए यदि हम ऐसा करते हैं तो निश्चित रूप से हम क्रोध पर विजय पा सकते हैं और यदि हम योग इत्यादि भी करते हैं तो इससे भी हम क्रोध पर नियंत्रण पा सकते हैं।
क्रोध करने से हमें सबसे बड़ा नुकसान क्या होता है।
क्रोध करने से हमें सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि हमारा जीवन धीरे-धीरे भ्रष्ट होता चला जाता है और हम अपने जीवन में सही स्थान पर नहीं पहुंच पाते हम परमात्मा तक भी नहीं पहुंच पाते इसीलिए हमें कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए।