चार युग कौन से होते हैं?
यदि हम चार युग की बात करें तो इसमें सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलयुग सम्मिलित है यही चार युग सदैव से घूमते रहते हैं।
चारों युगों में सबसे अच्छा किसे माना गया है?
वैसे तो सभी युग अपने स्थान पर अच्छे हैं परंतु कहते हैं कि कलयुग में भले ही बहुत सारी दिक्कतें हो नकारात्मकताएं हो परंतु कहते हैं कि इसमें केवल भगवान का नाम लेकर ही हम मोक्ष तक पहुंच सकते हैं।
सतयुग में भगवान कैसे प्राप्त होते थे?
कहते हैं कि सतयुग में हजारों वर्ष तपस्या करने के बाद भगवान प्राप्त होते थे परंतु आज कलयुग में भगवान केवल नाम स्मरण करने मात्र से ही प्राप्त हो सकते हैं इसलिए हमें अधिक से अधिक नाम जप करना चाहिए।
भगवान को कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
भगवान को प्राप्त करने का सबसे सरल माध्यम यह है कि हम परमात्मा का नाम स्मरण करें जब हम ऐसा करते हैं तो निश्चित रूप से हम भगवान की प्राप्ति कर सकते हैं।
ये कौन सा कलयुग चल रहा है और हम कौन से कलयुग में जीवन यापन कर रहे हैं?
वैसे इससे पहले भी कई बार कलयुग आ चुका है परंतु यदि वर्तमान की बात करें तो ये सातवां मन्वंतर चल रहा है तो आप कह सकते हैं कि इससे पहले भी बहुत सारे कलयुग आकर जा चुके हैं।
कलयुग की विशेषता क्या है?
वैसे तो कलयुग में हजारों बुराइयां है परंतु कहते हैं कि कलयुग की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि केवल भगवान के नाम से ही हम मोक्ष तक पहुंच सकते हैं इसलिए हमें भगवान का नाम स्मरण करना चाहिए उनका नाम तो उच्चरण करना चाहिए यदि हम भजन भी करते हैं तो हम भगवान तक पहुंच सकते हैं।