एकादशी व्रत क्यों किया जाता है?
एकादशी व्रत का महत्व शास्त्रों में बताया गया है कहते हैं कि जो व्यक्ति इस व्रत को करता है वह कभी भी नर्क में नहीं जाता और साथ ही साथ उसकी सद्गति होती है इसलिए एकादशी व्रत करना चाहिए।
एकादशी व्रत से क्या लाभ मिलता है।
एकादशी व्रत करने से शारीरिक लाभ तो मिलते ही है परंतु कहते हैं कि यदि आप एकादशी व्रत करते हैं तो निश्चित रूप से आपको आध्यात्मिक लाभ भी पहुंचता है और आप अपने पापों को इसके माध्यम से नष्ट कर सकते हैं।
एकादशी व्रत करने का क्या नियम है।
एकादशी व्रत करते समय हमें अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए प्रयास करना चाहिए कि हम केवल फल इत्यादि का सेवन करें यदि हम फल का सेवन करते हैं तो इसे उचित माना गया है परंतु अन्न का सेवन एकादशी व्रत में नहीं करना चाहिए।
एकादशी कब आती है?
वैसे तो एकादशी प्रत्येक महीने में दो बार आती है परंतु कहते हैं कि सबसे विशेष एकादशी भीमसेन एकादशी माना को माना गया है जो व्यक्ति वर्ष में एक बार भी इस एकादशी व्रत को कर लेता है उसे संपूर्ण एकादशी का लाभ मिल जाता है।
एकादशी व्रत करते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए?
एकादशी व्रत करते समय हमें कम बोलना चाहिए हमें अच्छा चिंतन करना चाहिए सेवा का कार्य करना चाहिए यदि हम इस दिन गौ सेवा का कार्य करते हैं तो इससे अच्छा कुछ भी नहीं हो सकता इससे हमें संपूर्ण लाभ मिलता है।
एकादशी की कथा क्या है?
वैसे शास्त्रों में एकादशी को लेकर बहुत सी कथाएं प्रचलित है परंतु कहा जाता है कि जिस व्यक्ति ने एकादशी व्रत किया उसके करोड़ो जन्म के पाप कट गए और वह मोक्ष की ओर चला गया तो इसलिए हम सभी को एकादशी व्रत आवश्य करना चाहिए।