क्या कलयुग में अमर होना संभव है?
कलयुग में अमर होना असंभव तो नहीं है परंतु यदि हम उस स्तर की साधना करें और अपने इंद्रियों पर नियंत्रण पा तो निश्चित रूप से कलयुग में भी अमर हुआ जा सकता है क्या आप जानते हैं हमारे भारतीय शास्त्रों में कुल आठ लोग अमर है चलिए उन्हीं के विषय में आज हम समझने का प्रयास करते हैं?
भारतीय शास्त्रों में किन आठ लोगों के विषय में कहा जाता है कि वो अमर है?
हमारे शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि कलयुग में भी कुल आठ लोग अमर हैं जिनके विषय में कहा जाता है कि वो सारे सः शरीर अमर है आज भी वो इस ब्रह्मांड में निवास करते हैं परंतु आज के समय में अमरता एक कोरी कल्पना लगती है क्या ये सच है कि आठ लोग आज भी अमर है।
वो आठ लोग कौन है जिनके विषय में कहा जाता है कि वो आज भी अमर है?
यदि हम अपने भारतीय शास्त्रों के अनुसार देखें तो आज भी आठ लोग अमर हैं जिनमें अश्वत्थामा, राजा बलि, महर्षि वेदव्यास, हनुमान जी, विभीषण जी, कृपाचार्य परशुरामष जी व ऋषि मार्कण्डेय सम्मिलित है उनके विषय में कहा जाता है कि ये सभी आज भी जीवित है और इस ब्रह्मांड में निवास कर रहे हैं।
क्या कलयुग में शरीर सहित अमर हुआ जा सकता है?
जी हां आज भी कुछ ऐसी साधना और तपस्या है जिसके माध्यम से हम अमर हो सकते हैं अमरता कभी भी कोरी कल्पना नहीं है ये एक वास्तविक सत्य है यदि हम उस स्तर की साधना करते हैं तो निश्चित रूप से आज भी हम अमर हो सकते हैं परंतु आज भौतिकता में मनुष्य इतना अंधा हो चुका है कि वह कभी भी साधना के उसे मार्ग पर नहीं जा सकता है।
भारतीय शास्त्रों के अनुसार जो आठ लोग अमर हैं वो आज कहां निवास करते हैं?
भारतीय शास्त्रों के अनुसार जो आठ लोग अमर हैं उनके विषय में कहा जाता है कि वो आठवें आयाम में निवास करते हैं वैसे अश्वत्थामा जी के विषय में कहा जाता है कि वो आज भी धरती पर भटक रहे हैं उन्हें भगवान श्रीकृष्ण जी ने श्राप दिया था कि जब तक कलयुग रहेगा तब तक आप इस धरा धाम पर भटकते रहेंगे इसलिए कहा जाता है कि अश्वत्थामा जी आज भी धरती पर भटक रहे हैं।
ये सभी लोग अमर कैसे हुए थे?
इन सभी लोगों ने कुछ विशेष प्रकार की साधना या तपस्या की होगी जिसके माध्यम से ये अमर हुए होंगे वैसे प्रत्येक जीव परमात्मा का ही अंश होता है परंतु यदि हम परमात्मा को अपने भीतर रख कर साधना व तपस्या करते हैं तो हम अमर हो सकते हैं परंतु यदि हम भौतिकता में पड़कर अपने इस मनुष्य जीवन को व्यर्थ कर देते हैं तो निश्चित रूप से हम इस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
क्या कलयुग में आज तक कोई अमर हुआ है या नहीं?
वैसे तो कहा जाता है कि कलयुग में कोई भी अमर नहीं हो सकता परंतु कलयुग में भी कई ऐसे महात्मा है कई ऐसे महामुनि है जो आज भी अमर है परंतु उनके विषय में कोई भी नहीं जानता क्योंकि वो इस रहस्य को कभी भी विश्व के समक्ष प्रस्तुत नहीं करते इसलिए हमें ऐसा लगता है कि कलयुग में कोई अमर नहीं है परंतु वास्तविकता ये है कि आज भी बहुत से महात्मा अमर है और वो सदा के लिए परमात्मा के सानिध्य में जा चुके हैं वो शरीर सहित अमर हो चुके हैं।
क्या एक सामान्य व्यक्ति अमर हो सकता है?
एक सामान्य व्यक्ति भी अमर हो सकता है जैसा कि हमने आपको बताया कि यदि हम उस स्तर की साधना करते हैं उस स्तर की तपस्या करते हैं तो निश्चित रूप से हम अमर हो सकते हैं अमरता कोई कोरी कल्पना नहीं अमरता वैदिक काल में एक ऐसी विद्या थी इसके विषय में लगभग हर एक व्यक्ति जानता था परंतु जिस व्यक्ति को ऐसी इच्छा होती थी कि वह अमर होना चाहता है तो उस साधना के माध्यम से वो सदैव के लिए अमर हो जाता था।