तुलसीदास जी को प्रेत ने भगवान से कैसे मिलवाया?

तुलसीदास जी कौन थे?

तुलसीदास जी भगवान के बहुत बड़े भक्त माने जाते हैं उन्होंने अपने जीवन में सदैव परमात्मा की भक्ति की उन्होंने ही रामचरितमानस की रचना की थी इसलिए तुलसीदास जी को बहुत ही महान संत के रूप में देखा जाता है।

तुलसीदास जी को प्रेत ने भगवान से कैसे मिलवाया?

जब तुलसीदास जी चित्रकूट में रहा करते थे तो वे भगवान से मिलने का प्रयत्न कर रहे थे परंतु उन्हें पता ही नहीं चल रहा था कि परमात्मा कब आते हैं और कब जाते हैं तब एक प्रेत ने उन्हें भगवान का पता बताया था तब वे बाद में भगवान से मिल सके थे।

तुलसीदास जी भगवान से कहां मिले थे?

कहते हैं तुलसीदास जी भगवान से चित्रकूट में ही मिले थे उस समय कहा जाता था कि भगवान प्रत्येक दिन चित्रकूट के एक मंदिर में आया करते थे परंतु एक सामान्य व्यक्ति उन्हें नहीं पहचान सकता था बाद में तुलसीदास जी को भगवान के दर्शन हुए थे।

तुलसीदास जी का मुख्य कार्य क्या था?

तुलसीदास जी का मुख्य कार्य लेखन था तुलसीदास जी ने रामचरितमानस समेत कई महत्वपूर्ण ग्रन्थो की रचना की जो आज बहुत ही महत्वपूर्ण है यदि हम उसका अध्ययन करें तो निश्चित रूप से हमारे जीवन में भी भक्ति आ सकता है।

Shri Ram Ji

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